वीरता एक ऐसा सद्गुण है जो हमें अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहण करते हुए आसन्न खतरे का सामना करने हेतु सशक्त बनाती है. यह एक अत्यंत आवश्यक मूल्य है जिसके लिए असाधारण शक्ति का होना जरूरी है. प्रति वर्ष स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर देश के सर्वाधिक बहादुर बच्चों को उनके साहस व नि: स्वार्थ किए गए कार्यों द्वारा देशवासियों की सेवा करने हेतु सम्मानित किया जाता है.
बैंक ऑफ बड़ौदा ऐसे सुप्रसिद्ध लोगों को सलाम करता है जिनके समर्पण व प्रतिबद्धता को सदैव याद किया जाएगा. श्री आलोक चंद्र को बैंक ऑफ बड़ौदा, अरवल के शाखा प्रबंधक रहने के दौरान हुई धनराशि के कथित गबन के मामले में पुलिस की मदद करने के दौरान अज्ञात लोगों द्वारा हत्या कर दी गई. ईमानदारी एवं साहस के साथ सेवा करते हुए उन्होंने अपने जीवन का बलिदान कर दिया. उनके द्वारा किए गए बहादुरी के इस कार्य को याद रखने के लिए बड़ौदा आलोक चंद्र वीरता पुरस्कार ऐसे बड़ौदियन को प्रदान किया जाता है जिन्होंने बैंक की सेवा के दौरान अकल्पनीय साहस का परिचय दिया है.
वर्ष | पुरस्कार विजेता कर्मचारी का नाम | संक्षिप्त विवरण |
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वित्त वर्ष 2017-18 | श्री वेद प्रकाश चावला | श्री. चावला ने चाकू दिखाकर किए गए डकैती के प्रयास को रोकने अनुकरणीय साहस का परिचय दिया. घटना के दौरान श्री चावला ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बदमाश को धक्का देकर गिराया और चैनल गेट को बंद कर दिया, पुलिस के घटना स्थल पर पहुंचने तक चोर को शाखा के अंदर बंद कर दिया. |
वित्त वर्ष 2018-19 | स्वर्गीय श्री करण सिंह नेगी | दिनांक 18.06.2019 को श्री. करण सिंह नेगी ने अपनी बहादुरी का परिचय देकर हमारी निम्बोल शाखा में डकौती की कोशिश को नाकाम कर दिया जो कि काफी अनुकरणीय है. घटना के दौरान, लुटेरों में से किसी एक ने श्री करण सिंह नेगी पर गोली चला दी, जिससे वह घायल हो गए उन्होंने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने जीवन का बलिदान दे दिया. |
वित्त वर्ष 2019-20 | श्री रावल प्रग्नेशकुमार कनुभाई | दिनांक 20.02.2020 को -06- सशस्त्र लुटेरे हथियारों के साथ महेंद्रनगर शाखा में घुस आए थे. उनमें से -02- ने कैशियर को बंदूक दिखाकर उनसे नकदी ले ली, -01- लुटेरे ने अपनी पूरी लोडेड बंदूक श्री रावल की ओर तान दी और सबूत मिटाने के लिए शाखा के सीसीटीवी डीवीआर की मांग की. श्री रावल ने अपनी जान पर खेलकर खतरे का सामना करते हुए साहस का परिचय दिया और सीसीटीवी डीवीआर को बचा लिया. उन्होंने लुटेरों की गिरफ्तारी तथा शाखा से लूटे गए रु. 6.09 लाख की वसूली में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया. |
वित्त वर्ष 2020-21 | श्री सेट्टी पवन कुमार | दिनांक 03.02.2021 को, नानी बेडवान शाखा में अपनी तैनाती के दौरान श्री सेट्टी पर घात लगाकर हमला किया गया और -02- अपराधियों द्वारा उनसे शाखा की चाबियाँ छीनने की कोशिश की गई. श्री सेट्टी ने अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा की परवाह न करते हुए उन्हें शाखा की चाबियां नहीं दी. श्री सेट्टी के साहस और बहादुरी के इस कार्य ने न केवल बैंक को संभावित नुकसान से बचाया बल्कि हमारे ग्राहकों के हितों की भी रक्षा की. |
वित्त वर्ष 2021-22 |
श्री किपगेन थांगलेनलाल |
दिनांक 06.09.2021 को प्रात: लगभग 10:50 बजे श्री किपगेन थांगलेनलाल और श्री मेट एंथोनी टी ने बैंक की एफसीएस गोदाम शाखा, इम्फाल, मणिपुर में डकैती की कोशिश को विफल कर दिया, एक सशस्त्र डकैत ने शाखा को अंदर से बंद कर दिया, जिससे कर्मचारियों और ग्राहकों को बंदूक से डराकर लगभग 30 मिनट तक बंधक बनाकर रखा तथा कैशियर से रु. 5.00 लाख लुट लिए. इन दोनों स्टाफ सदस्यों ने हिम्मत दिखाते हुए सीआरपीएफ जवानों के आने तक डकैत को फर्श पर गिरा कर निष्प्रभावी कर दिया. श्री थांगलेनलाल और श्री एंथनी ने अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा और अपने जीवन के खतरे की परवाह किए बगैर पूर्ण बहादुरी तत्परता का प्रदर्शन किया. उन्होंने अपने साहस और बहादुरी से न केवल बैंक को संभावित नुकसान से बचाया, बल्कि हमारे ग्राहकों और अन्य कर्मचारियों की भी रक्षा की. |
श्री मेट एंथोनी टी |
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वित्त वर्ष 2021-22 |
श्री श्याम कुमार सिंह |
दिनांक 08.10.2021 को लगभग सायं 6:30 बजे, कलंब शाखा में आग लगने के कारण शाखा के अधिकांश रिकॉर्ड और फर्नीचर जलकर खाक हो गए. श्री श्याम कुमार सिंह ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अनुशासित तरीके से स्थिति को नियंत्रित करने और महत्वपूर्ण आस्तियों, संपत्तियों एवं दस्तावेजों को बचाने में अपना उत्कृष्ट योगदान दिया. शाखा की छत गिरने के बावजूद उन्होंने कुल 48 लाख रुपये की नकदी, कुल रु 50 लाख के गोल्ड लोन पैकेट तथा 22 आवास ऋण की फाइलें बरामद कीं. घटना के दौरान श्री सिंह का हाथ जल गया लेकिन उन्होंने लगभग 20 घंटे में स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया. श्री सिंह के अपने साहस और बहादुरी के इस कार्य से बैंक की बहुमूल्य आस्तियों और दस्तावेजों को संभावित नुकसान से बचाया है. |
वित्त वर्ष 2021-22 |
श्री कृष्ण यादव |
दिनांक 01.07.2021 को लगभग अपराह्न 03:00 बजे, सशस्त्र लोडेड बंदूकधारी डकैत बैंक की मसलपुर शाखा में घुस आए और श्री कृष्ण यादव से शाखा में उपलब्ध सभी नकदी की मांग की पर उन्होंने नकदी सौंपने से इनकार कर दिया. श्री यादव के प्रतिरोध से उत्तेजित होकर डकैत ने श्री यादव पर गोली चलाई जो सौभाग्य से उन्हें लगी नहीं. स्थिति की गंभीरता और जीवन के खतरे को ध्यान में रखते हुए उन्होंने बड़ी चतुराई से रु. 18 लाख की उपलब्ध नकदी में से केवल रु. 3 लाख रुपये की नकदी सौंप दी, जिससे श्री यादव शाखा में उपलब्ध रु. 15 लाख की राशि बचाने में कामयाब रहे. लूटी गई नकदी लेकर डकैत शाखा से फरार हो गए एवं श्री यादव ने तत्काल अलार्म बजाकर पुलिस को सूचित कर दिया. घटना के डेढ़ घंटे के भीतर डकैत को गिरफ्तार कर लूटी गई रकम बरामद कर ली गई. श्री यादव ने हमारे बैंक के कर्मचारियों और ग्राहकों की जान बचाई तथा बैंक को रु. 18 लाख का नुकसान होने से भी रोका. |
वित्त वर्ष 2021-22 |
श्री कन्हैया कुमार रॉय |
श्री कन्हैया कुमार रॉय (प्रबंधक) ने अपनी बैंकग्राउ़ड जांच के दौरान यह पाया कि बैंक की विभिन्न शाखाओं में कुछ अपराधियों के खाते हैं. जिन्हें साइबर क्राइम सेल के निर्देशानुसार फ्रीज कर दिया गया था. इसके अतिरिक्त श्री रॉय ने यह भी पाया कि आधार कार्ड में फोटो और यूआईडीएआई साइट में उपलब्ध डेटा अलग-अलग हैं. श्री रॉय ने तत्काल उच्चाधिकारियों को सूचित किया तथा उनके निर्देशानुसार मामले की सूचना पुलिस को दी गई. अपराधी को शक हुआ और उसने शाखा से भागने के लिए श्री रॉय के गले पर चाकू रखकर उन्हें पकड़ने की कोशिश की. श्री रॉय ने उसे जमीन पर धकेल दिया और उससे चाकू छीन लिया, जिससे अपराधी कुछ नहीं कर पाए और बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया. श्री रॉय के साहस और बहादुरी के इस कार्य ने बैंक को साइबर धोखाधड़ी की संभावित घटना से बचाया है. |
2022-23 |
श्री त्रिदेव भुंइया |
श्री. भुंइया ने अनुकरणीय साहस और सूझबूझ का परिचय दिया जब सात हथियारबंद डकैत शाखा में घुस आए और बंदूक की नोक पर उसे जान से मारने की धमकी दी। उनके साथ भी मारपीट की गई और गोरखा चाकू से घायल कर दिया गया। अपनी चोटों की परवाह किए बिना, उन्होंने कर्मचारियों और ग्राहकों की बहुमूल्य जान बचाई, सार्वजनिक धन की रक्षा की और बैंक के हितों की रक्षा की। |
2023-24 |
श्री शम्भू कुमार जयसवाल |
दिनांक 16.05.2023 को क्षेत्रीय कार्यालय मुजफ्फरपुर के रसोईघर में घटित अग्निकांड के दौरान श्री जयसवाल ने असाधारण साहस का परिचय दिया। एक छोटे विस्फोट और आग के खतरे के बावजूद, श्री जयसवाल ने उपलब्ध अग्निशामक यंत्रों को चालू करके अत्यधिक सूझबूझ के साथ स्थिति को संभाला। अपने अदम्य साहस और नेतृत्व कौशल के माध्यम से, श्री जयसवाल ने अन्य स्टाफ सदस्यों को आग बुझाने के लिए प्रेरित किया और 30 मिनट के भीतर आग पर काबू पाने में सफ़लता प्राप्त की। उनकी बहादुरी और त्वरित सोच ने सभी स्टाफ सदस्यों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित की और बैंक की संपत्ति को और अधिक नुकसान होने से रोका। |