बैंक को अंतर्राष्ट्रीय मानकों का बैंक बनाने और नियोक्ता के तौर पर पसंदीदा विकल्प बनाने के लिए वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मक मानव संसाधन व्यवहारों की शुरुआत और उन्हें संस्थान की कार्यपद्धति का अभिन्न अंग बनाना.
प्रासंगिक मानव संसाधन विकास नीतियों को स्थापित करना और संस्थान के नवीकरण हेतु आधुनिक पद्धति का उपयोग करने, प्रतिभा को पहचान कर उन्हें तराशने, कर्मचारियों की विचारधारा में सभी स्तरों पर परिवर्तन लाने जिससे मानव संसाधन गुणवत्ता को बढ़ाया जा सके.
कार्यनिष्पादन आधारित संस्कृति का निर्माण करना और कर्मचारियों के लिए एक बेहतर कार्य स्थल बनाना.
भविष्य के लिए उद्यमितापूर्ण प्रबंधकों और भावी व्यावसायिक नेतृत्व का समूह तैयार करना.
अंशधारकों के साथ संगठन में सभी स्तरों पर एक मजबूत बिक्री एवं सेवा संस्कृति विकसित करना.
कर्मचारियों के बौद्धिक विकास और रचनात्मकता के लिए इसे एक प्रशिक्षु संस्थान बनाना और कार्यबल को डिजीटल तरीके से आधुनिक कोर बैंकिंग वातावरण में परिचालन हेतु पुनः सक्षम बनाना.
बैंक ऑफ़ बड़ौदा द्वारा अपनाए गए नीतिगत व्यावसायिक मॉडल में मानव संसाधन उद्देश्य और सिद्धांत समाहित हैं और यह संगठन के बड़े लक्ष्यों की प्राप्ति पर केंद्रित है.
संगठन में विभिन्न स्तरों पर विद्यमान सुदृढ़ नेतृत्व महत्वपूर्ण कड़ी है, जो कि निम्नानुसार हैः
- नीतिगत नेतृत्व – कार्पोरेट स्तर
- व्यावसायिक नेतृत्व – अंचल एवं क्षेत्रीय स्तर
- परिचालन नेतृत्व – व्यावसायिक इकाई स्तर अर्थात् शाखा
मानव संसाधन की दो प्रमुख उप प्रणालियां अर्थात् मानव संसाधन योजना एवं प्रबंधन उप प्रणाली और योग्यता आधारित मानव संसाधन विकास उप प्रणाली बैंक के अंदर कार्य निष्पादन वातावरण बनाने एवं लोगों में कौशल-क्षमताएं विकसित करने का काम करती हैं. उचित विकासात्मक परामर्शों के द्वारा लोगों में सकारात्मक दृष्टिकोण एवं सही मानसिकता का निर्माण किया जाता है.
उचित संप्रेषण और साझेदारी, खुलापन, सहयोग और विमर्श, स्वायतता की संगठनात्मक संस्कृति द्वारा लोगों को संस्था के लिए श्रेष्ठ योगदान (कार्यनिष्पादन) देने के लिए प्रेरित किया जाता है.
इस मॉडल को उचित लर्निंग प्लेटफॉर्म से सबल किया गया है, जो लोगों में सही ज्ञान एवं शिक्षा (कार्यात्मक व्यवहार आदि) का प्रसार करता है जिससे उनकी योग्यता बढ़े और उनकी व्यक्तिगत और संस्थात्मक क्षमता का सही तरीके से इस्तेमाल किया जा सके.
इससे कर्मचारी प्रेरित होते हैं और लक्ष्य प्राप्ति आसान हो जाती है.
लोक उन्मुख तैनाती, पदोन्नति और चयन नीतियां
बैंक ने सर्वोत्तम प्रतिभा की पहचान करने और फास्ट-ट्रैक विकास और विकास के लिए अवसर प्रदान करने के लिए अच्छी तरह से प्रलेखित और व्यापक तैनाती, पदोन्नति और चयन नीतियां तैयार की हैं. कुछ प्रमुख एचआर नीतियों निम्नलिखित हैं
- एचआर संसाधन नीति
- अधिकारियों के लिए पदोन्नति नीति
- अधिकारियों के लिए स्थानांतरण नीति
- लिपिकीय और अधीनस्थ श्रेणी के लिए पदोन्नति नीति
- विदेश में चयन हेतु नीति
प्रतिभा पहचान एवं ग्रूमिंग कार्यक्रम
बैंक द्वारा शाखा प्रमुखों को ग्रूम करने के लिए क्रेडिट, विदेशी मुद्रा, ट्रेजरी / डीलिंग, धन प्रबंधन आदि विशेष क्षेत्रों में अधिकारियों को ग्रूम करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.
विशिष्ट नेतृत्व विकास कार्यक्रम
प्रोजेक्ट लीप : अपने परिचालन और नीतिपरक नेतृत्व के लिए विशेष रूप से तैयार और केंद्रित नेतृत्व विकास कार्यक्रमों की शुरुआत करने में बैंक अग्रणी रहा है. बैंक ने 300 लीडरों को तैयार करने के लिए बैंक द्वारा प्रोजेक्ट-लीप (नेतृत्व विकास और प्रशंसा कार्यक्रम) की शुरुआत की गई थी जिसे 2007-2009 की अवधि के दौरान कार्यान्वित किया गया था. इसमें प्रत्येक प्रतिभागी की उन दक्षताओं का व्यक्तिगत मूल्यांकन और अंतर विश्लेषण करने के बाद पहचानी गई नेतृत्व दक्षताओं का व्यवस्थित विकास शामिल था.
प्रोजेक्ट उड़ान : यह लगभग 300 एजीएम / डीजीएम को कवर करने वाला बैंक द्वारा शुरू किया गया एक व्यापक नेतृत्व विकास कार्यक्रम है और करीब 1200 शहरी और मेट्रो शाखाओं के शाखा प्रमुख शामिल हुए.
प्रत्येक मॉड्यूल का डिज़ाइन कार्यक्षेत्र और मंच दृष्टिकोण को शामिल करता है जिसमें प्रतिभागियों को नेतृत्व के विभिन्न पहलुओं पर शिक्षण सत्र लेने की आवश्यक्ता होगी और उससे प्राप्त ज्ञान को मूल व्यवसाय स्थितियों पर लागू करने की आवश्यकता होती है. शिक्षण सत्र भूमिका निर्वहन, गतिविधियों, आदि के साथ अत्यधिक अनुभवशाली बनने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, एक ऑफ-साइट स्थान पर विभिन्न नेतृत्व अवधारणाओं को मजबूत करने के लिए बीच-बीच में कोचिंग सत्र भी चलाए जाते हैं.
एचआरएनईएस(कर्मचारी सेवाओं के लिए मानव संसाधन नेटवर्क)
“एचआरएनईएस" वर्तमान में बैंक के मानव संसाधन प्रबंधन कार्य के समस्त पहलुओं को शामिल करता है और इसमें कई नए उप-कार्य भी शामिल हैं इसमें चार व्यापक मॉड्यूल शामिल हैं जिसमें विभिन्न कार्यप्रणाली भी शामिल है:
- ओरेकल कोर एचआर मॉड्यूल, बैंक में सभी मौजूदा एचआर प्रक्रियाओं को कवर करता है.
- फ्लुओस पेरोल मॉड्यूल, - केंद्रीकृत पेरोल, विभिन्न लाभों, भत्तों, कल्याणकारी योजनाओं, टर्मिनल बेनिफिट आदि का भुगतान.
- कर्मचारी सेल्फ सर्विस मॉड्यूल.
- ओरेकल लर्निंग प्रबंधन मॉड्यूल जिसमें प्रशासन प्रशिक्षण और ई-लर्निंग शामिल है; कर्मचारियों को इन पाठ्यक्रमों का लाभ उठाने के लिए विभिन्न ई-लर्निंग मॉड्यूल को धीरे-धीरे सिस्टम में डाला जा रहा है.
कर्मचारी कार्यनिष्पादन प्रबंधन प्रणाली
सभी अधिकारियों के लिए 2009-10 से आगे एक नए कार्यनिष्पादन प्रबंधन प्रणाली को तैयार और कार्यान्वित किया गया है. नई व्यवस्था कार्यनिष्पादन के प्रबंधन के मुद्दे पर एक समग्र दृष्टिकोण को सक्षम बनाती है और यह केवल एक मूल्यांकन तक ही सीमित नहीं है. यह कार्यनिष्पादन आयोजन और लक्ष्य-निर्धारण से शुरू होता है और इसे कार्यनिष्पादन समीक्षा चर्चा, प्रतिक्रिया और विकास में आगे ले जाता है. नई प्रणाली व्यक्तिगत स्वामित्व और अपने स्वयं के कार्यनिष्पादन को प्रबंधित करने के साथ व्यसाय से लिंक्ड, उच्च उद्देश्यपूर्ण और पूरी तरह से पारदर्शी है.
सर्वोत्तम विचारों के लिए संरचित पुरस्कार के प्रावधानों से कर्मचारियों से नए विचारों को प्राप्त करने के लिए आइडिया चैनल.
सभी नए ज्वाइनी के लिए सुव्यवस्थित इंडक्शन शेड्यूल
बैंक ने सीधे भर्ती अधिकारियों, कैंपस भर्ती और नए भर्ती क्लर्कों के विभिन्न बैचों के लिए चरण-वार एक अच्छी तरह से परिभाषित और ठीक तरह से संरचित प्रेरणा कार्यक्रम रखा है, जो कि कक्षा के संयोजन और ऑन जॉब ट्रेनिंग के माध्यम से प्रदान किया जाता है.
भूमिका परिवर्तन कार्यक्रम और कार्यपालक विकास कार्यक्रम
आईएसबी, हैदराबाद, एमडीआई, गुड़गांव, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बैंक मैनेजमेंट, पुणे इत्यादि जैसे प्रमुख व्यवसायिक स्कूलों के साथ नए पदोन्नत वरिष्ठ और शीर्ष प्रबंधन लोगों के लिए कार्यपालक विकास कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं.
बैंक के आंतरिक प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों में नए पदोन्नत कर्मचारियों के लिए भूमिका परिवर्तन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जो उन्हें नई भूमिका की चुनौतियों का सामना कैसे करें के अतिरिक्त व्यवहारिक मुद्दों, सॉफ्ट स्किल्स, टीम वर्क, लीडरशिप आदि के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं.
ग्रूमिंग और शिष्टाचार कार्यक्रम
अपने सेवा स्तर और ग्राहकों तथा विभिन्न हितधारकों के साथ गुणात्मक बातचीत बेहतर बनाने के लिए फ्रंटलाइन कर्मचारियों और विदेशी पोस्टिंग के लिए चुने गए कर्मचारियों के लिए ग्रूमिंग और शिष्टाचार कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.
सीड (स्वयं दक्षता और प्रभावशीलता विकास) कार्यक्रम को अपने सेवा कौशल और सेवा दक्षता में सुधार के लिए बैंक के फ्रंटलाइन कर्मचारियों के लिए चलाया जा रहा है.
मेरे कॅरियर के शुरुआती दौर में ही बैंक ऑफ़ बड़ौदा में बड़ी परियोजनाओं का मूल्यांकन और ग्राहकों से बातचीत का अत्यधिक एक्सपोजर मिला जो कि यही संभव है. यहां एक दोस्ताना संस्कृति और सीखने की आजादी मिलती है जो कि कॅरियर शुरु करने वाले के लिए बहुत ही अच्छा है.
- अश्विन देव, पीजीडीएम (आईआईएम कोझीकोड), वर्तमान पदस्थापना परियोजना वित्त और सिंडीकेशन
हमेशा से ही मेरा रुझान वित्त की ओर विभिन्न उद्योगों को जानने के लिए रहा है. मेरे वर्तमान पद ने मुझे अवसर दिया कि न सिर्फ मैं अपने वित्तीय विश्लेषण कुशलता को अनुभवी लोगों के सानिध्य में निखार सकूं मुझे अन्य विभिन्न क्षेत्रों में भी एक्सपोजर मिला. यहां की कार्यसंस्कृति हमेशा उत्कृष्टता के लिए प्रेरित करती है.
- प्रीती श्रीवास्तव , पीजीडीएम (आईएमटी गाजि़याबाद), होलसेल बैंकिंग विभाग.
मुझे लगता है कि बैंक ने मेरे कॅरियर को पहचान दी है. केवल -4- वर्षों में मुझे क्षेत्र में फील्ड स्तर पर कार्य करने, मैकैंजी के साथ विकास नीति और कार्यनिष्पादन रूपांतरण पहल पर रिटेल नीतियों को बनाने और कार्यान्वित करने की चुनौती और उस पर विश्व की वित्त राजधानी लंदन की विदेश पोस्टिंग का रोचक अनुभव मिला.
- अभिनव अय्यर, पीजीडीबीएम (बीआईएमटेक, एनसीआर) वर्तमान पद-, बैंक ऑफ़ बड़ौदा (यू.के)
मुझे नेतृत्व विकास परियोजना को संभालने का अच्छा अनुभव मिला और मानव संसाधन तकनीक के क्षेत्र में भी कार्य करने का अवसर मिला.
- वसंत राऊत, पीजीडीएम (बीआईएमएचआरडी, पुणे) वर्तमान पद- मानव संसाधन विभाग