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  • आधारभूत सेवाएं
आधारभूत सेवाएं

बैंक ऑफ बड़ौदा, भारत का अंतर्राष्ट्रीय बैंक सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विस लि. के साथ-साथ नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड का डिपॉजिटरी प्रतिभागी है.

डिपॉजिटरी अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत बैंक ऑफ बड़ौदा निवेशकों एवं पूंजी बाजार के अन्य प्रतिभागियों जैसे व्यक्ति, अनिवासी भारतीय, विदेशी संस्थागत निवेशक, ट्रस्ट, क्लीयरिंग हाउस, वित्तीय संस्थाएं, क्लीयरिंग सदस्य एवं म्युचुअल फंड को विविध सेवाएं प्रदान करता है. इनमें खातों का रखरखाव, डिमैटेरियलाइजेशन, मार्केट ट्रांसफर के माध्यम से व्यापार का निपटान, मार्केट ट्रांसफर एवं अंतर डिपॉजिटरी ट्रांसफर और नगद कॉर्पोरेट भुगतानों का वितरण एवं नामांकन/हस्तांतरण जैसी आधारभूत सुविधाएं शामिल हैं

एनएसडीएल द्वारा दी जाने वाली विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाने के लिए किसी निवेशक/ब्रोकर/एक अनुमोदित मध्यस्थ (ऋण एवं ऋण प्रदान करने हेतु) द्वारा अपने किसी भी डीपी के साथ एक एनएसडीएल डिपॉजिटरी खाता खोलना आवश्यक है.

सीडीएसएल द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाने हेतु किसी निवेशक/ब्रोकर/किसी अनुमोदित मध्यस्थ को अपने डीपी के साथ सीडीएसएल डिपॉजिटरी खाता खोलना आवश्यक है.


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  • डीपी कौन है ?
    • कोई डिपॉजिटरी जैसे एनएसडीएल (नेशनल सिक्योरिटी डिपॉजिट लिमिटेड) अथवा सीडीएसएल (सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड) निवेशकों को एजेंट के माध्यम से सेवाएं उपलब्ध कराता है और इस एजेंट को डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट कहा जाता है. इन एजेंटों की नियुक्ति सेबी के अनुमोदन पर एनएसडीएल एवं सीडीएसएल द्वारा की जाती है. सेबी के विनियमों के अनुसार तीन प्रकार की इकाइयों जैसे बैंक, वित्तीय संस्थान एवं सेबी से पंजीकृत स्टॉक एक्सचेंजों के सदस्य डीपी हो सकते हैं. कोई निवेशक एनएसडीएल अथवा सीडीएसएल के ऑफिस से डीपी की सूची प्राप्त कर सकता है.
    • हमारे बैंक द्वारा अब मौजूदा डीपी के अलावा डीपी ऑपरेशन (सीडीएसएल और एनएसडीएल दोनों के लिए) को केंद्रितकृत कर दिया गया है और इसे चरणबद्ध रूप से केंद्रीय सेट पर माइग्रेट करने की योजना है. यह सेंट्रल बैक ऑफिस डीपी ऑपरेशन यूटीआई टावर, बांद्रा कुर्ला कॉम्‍प्‍लेक्‍स, मुंबई में स्थित है.
  • क्या मैं केवल एक डीपी के साथ खाता रखने के लिए मज़बूर हूं ?

    जी नहीं, खाता खोलने के लिए डीपी की संख्या अथवा डीपी के साथ खातों की संख्या के संबंध में कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है. डिपॉजिटरी खाते बैंक खातों के ही समान हैं. जैसे आप एक से अधिक बैंकों में बचत या चालू खाते रखते हैं उसी प्रकार एक से अधिक डीपी वाले खाते भी खोल सकते हैं.

  • क्या मैं अपने बैंक खाते का विवरण बदल सकता हूं ?

    जी हां. चूंकि डिपॉजिटरी सिस्टम में आपकी बकाया प्रतिभूति पर मौद्रिक लाभ का भुगतान खाता खोलने के समय आपके द्वारा दिए गए बैंक खाते के विवरण के अनुसार किया जाता है, अतः आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि बैंक खाते के विवरण में किये गए परिवर्तन से आपके डिपॉजिटरी प्रतिभागी को अवगत कराया जाए.

  • क्या मैं अलग-अलग स्वामित्व पैटर्न, जैसे कि व्यक्तिगत रूप से स्वामित्व वाली प्रतिभूतियां और मेरी पत्नी के साथ स्वामित्व वाली प्रतिभूतियां में स्वामित्व वाली प्रतिभूतियों के लिए एक एकल खाता खोल सकता हूं ?

    जी नहीं. डीमैट खाता उसी स्वामित्व पैटर्न में खोला जाना चाहिए जिसमें प्रतिभूतियों को भौतिक रूप में रखा गया है. उदाहरण के लिए यदि एक शेयर प्रमाणपत्र आपके नाम पर है और दूसरा प्रमाण पत्र आपके और आपकी पत्नी के नाम पर संयुक्त रूप से है, तब दो अलग-अलग खाते खोलने होंगे.

  • क्या मैं एक डीपी के साथ एक से अधिक खाते खोल सकता हूं ?

    जी हां, आप एक ही डीपी के साथ एक से अधिक खाते खोल सकते हैं. आपके द्वारा डीपी के साथ खोले जाने वाले खातों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं है.

  • मैं किसी डीपी का चयन कैसे करूं? क्या सभी डीपी समान हैं ?

    आप अपने डीपी का चयन ठीक वैसे ही डीमैट खाता खोलने के लिए कर सकते हैं जैसे आप बचत खाता खोलने के लिए बैंक का चयन करते हैं. डीपी के चयन के लिए कुछ महत्वपूर्ण कारक निम्नानुसार हो सकते हैं:

    • सुविधाजनक - कार्यालय/निवास से निकटता, कारोबार समय.
    • सहूलियत - डीपी की प्रतिष्ठा, संगठन के साथ अतीत का जुड़ाव, डीपी की उस विशिष्ट सेवा को देने क्षमता है, जिसकी आपको आवश्यकता हो सकती है.
    • लागत डीपी द्वारा लगाया जाने वाला प्रभार एवं सेवा गुणवत्ता
  • यदि मेरे पास नामों के समान संयोजन के साथ भौतिक प्रमाण पत्र हैं, लेकिन नामों का क्रम अलग है अर्थात कुछ प्रमाणपत्र में पहले धारक के रूप में पति और दूसरी धारक के रूप में पत्नी है और दूसरे प्रमाणपत्र समूह में पत्नी पहले धारक के रूप में और पति दूसरे धारक के रूप में है तो मुझे क्या करना चाहिए ? और दूसरे धारक के रूप में पति के साथ कुछ प्रमाण पत्र? (उदाहरण ए और बी से पति और पत्नी में परिवर्तित?

    ऐसी स्थिति में आप खाताधारक के रूप में पति-पत्नी के साथ केवल एक ही खाता खोल सकते हैं और एक ही खाते में डिमैटेरियलाइजेशन के लिए अलग-अलग नामों से प्रतिभूति प्रमाणपत्रों को दर्ज कर सकते हैं. आपको "ट्रांसपोज़िशन कम डीमैट" नामक एक अतिरिक्त फॉर्म भरना होगा जो कि नाम के क्रम में बदलाव के साथ-साथ प्रतिभूतियों को भी डिमेटेरियलाइज करने में सहायक होगा.

  • डीपी के साथ खाता खोलने के लिए मुझे क्या करना चाहिए ?

    आप अपने पसंदीदा किसी भी डीपी से संपर्क करके खाता खोलने का फॉर्म भर सकते हैं. खाता खोलने के समय, आपको एक एनएसडीएल द्वारा निर्धारित मानक करार के अनुरूप डीपी के साथ एक करार पर हस्ताक्षर करना होगा, जिसमें आपके और आपके डीपी के अधिकारों और कर्तव्यों का विवरण होगा. सभी निवेशकों को निर्धारित खाता खोलने के फॉर्म के साथ पहचान का प्रमाण और पते का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा.

    • पहचान का प्रमाण: आपके हस्ताक्षर और फोटोग्राफ को उसी डीपी के एक मौजूदा डीमैट खाता धारक द्वारा अथवा आपके बैंक द्वारा प्रमाणित किया जाना चाहिए. वैकल्पिक रूप से, आप फोटोग्राफ के साथ पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस या पैन कार्ड की प्रति जमा कर सकते हैं.
    • पते का प्रमाण: आप पते के प्रमाण के रूप में अपना पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस अथवा पैन कार्ड, राशन कार्ड अथवा बैंक पासबुक की छाया प्रति जमा कर सकते हैं.
    • पासपोर्ट आकार की तस्वीर: सत्यापन के लिए मूल दस्तावेजों को डीपी के पास लेकर जाएं.

    भविष्य में उपयोग के लिए करार एवं प्रभारों के शेड्‌यूल की प्रति लेना न भूलें.

  • खाता खोलते समय अपने बैंक खाते का विवरण देना आवश्यक क्यों है ?

    यह आपके हितों की रक्षा के लिए है. आपके बैंक खाता नंबर का उल्लेख उस ब्याज या लाभांश वारंट पर किया जाएगा, जिसके आप हकदार हैं, ताकि ऐसे वारंट को किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा नकदीकृत न किया जा सके. साथ ही बैंक खाता संख्या न देने पर कोई डीपी खाता नहीं खोल सकता है.

  • खाता खोलने के फॉर्म पर दर्शाए गए 'स्थायी निर्देश' क्या है ?

    बैंक खाते में क्रेडिट तभी दिया जाता है जब 'जमा' की पर्ची को नकद / चेक के साथ जमा किया जाता है. इसी प्रकार एक डिपॉजिटरी खाते में प्रतिभूतियां प्राप्त करने के लिए 'प्राप्ति फार्म' जमा करना आवश्यक होता है. हालांकि निवेशकों की सुविधा के लिए, 'स्थायी निर्देश' की सुविधा प्रदान की गई है. यदि आप स्थायी निर्देश के लिए 'यस' [या टिक] करते हैं, तो हर बार प्रतिभूतियां खरीदने के लिए ‘प्राप्ति’ पर्ची को जमा करना आवश्यक नहीं होगा.

  • क्या मैं एक डीपी के साथ अपना डीमैट खाता बंद कर सकता हूं और दूसरे डीपी के साथ अपने खाते में सभी प्रतिभूतियों को अंतरित कर सकता हूं ?

    जी हां. आप अपने डी पी को खाता बंद करने के लिए निर्धारित फॉर्म में आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। आपका डीपी आपके निर्देशानुसार आपकी सभी प्रतिभूतियों को स्थानांतरित करके आपके डीमैट खाते को बंद कर देगा.

  • क्या मैं बैंक खाते के सामान “कोई एक या उत्तरजीवी" आधार पर संयुक्त खाते को परिचालित कर सकता हूं ?

    जी नहीं. डीमैट खाते को बैंक खाते की तरह “कोई एक या उत्तरजीवी" आधार पर परिचालित नहीं किया जा सकता है.

  • क्या पूंजी बाजार में कारोबार करने के लिए सभी निवेशकों को डिपॉजिटरी खाता खोलना अनिवार्य है ?

    चूंकि स्टॉक एक्सचेंज द्वारा किये जाने वाले सेटलमेंट का 99.5% डीमैट रूप में होता है, अतः प्रतिभूतियों को खरीदने वाले निवेशकों को यह डीमैट फॉर्म में ही प्राप्त होंगी. अतः प्रतिभूतियों की सक्रिय रूप में खरीद और बिक्री करने वाले निवेशकों को अपने डीमैट प्रतिभूतियों की डिलीवरी लेने के लिए डिपॉजिटरी खाता खोलना आवश्यक है.

  • अपना पता बदल जाने पर मुझे क्या करना चाहिए? क्या प्रत्येक कंपनी को अलग से लिखना होगा ?

    आपका पता बदल जाने पर आपको सिर्फ अपने डीपी को नए पते की जानकारी देनी होगी. डीपी द्वारा डिपॉजिटरी कंप्यूटर सिस्टम में नया पता दर्ज किये जाने पर ओटोमेटिक रूप से उन सभी कंपनियों को सूचित किया जाएगा, जिनके शेयर आपके पास हैं.

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