बिना डरें जीने का आनंद लें।
अपना कल, आज सुरक्षित करें!
  • विशेषताएं
उत्पाद का प्रकार वार्षिकी
स्वीकार्य जमाराशि
    मोटर दुर्घटना दावा के अंतर्गत न्यायालय/न्यायाधिकरण द्वारा जारी निर्णय,
    एमएसीएडी (मीयादी जमाराशि) खोलने की पूर्व आवश्यकता है कि एमएसीटी दावा बचत बैंक खाता योजना में लिंक बचत खाता खोला जाए जिसमें वार्षिकी जमाराशि जमा की जाएगी.
    वार्षिक राशि टीडीएस घटाकर मासिक आधार पर एमएसीटी बचत बैंक खाते में जमा की जाएगी.
पात्रता अभिभावकों के माध्यम से अवयस्कों सहित एकल नाम में वैयक्तिकों हेतु.
परिचालन की प्रणाली एकल (न्यालय के निर्देश/सरकारी आदेश के अनुरूप)
जमा राशि न्यायालय/न्यायाधिकरण के आदेश के अनुरुप (मासिक वार्षिकी के रूप में न्यूनतम रु. 1000/- के अधीन)
अधिकतम: कोई सीमा नहीं
अवधि : 
    36 से 120 माह
ब्याज दर अवधि के अनुरूप ब्याज की प्रवर्तमान दर. वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त ब्याज भुगतान (0.50%) विशेषता.
जमा रसीद एमएसीएडी हेतु जमाराशि के लिए कोई रसीद जारी नहीं की जाएगी. ग्राहक को लिंक एमएसीटी दावा बचत खाते के लिए पासबुक जारी की जाएगी.
नामांकन सुविधा न्यायालय के निर्देशों के अनुरूप एमएसीएडी को विधिवत रूप से नामित किया जाएगा.
जमाराशि की सुरक्षा की एवज में ऋण/ओवरड्राफ्ट की उपलब्धता एमएसीएडी की एवज में किसी ऋण/अग्रिम की अनुमति नहीं है
परिपक्वतापूर्व समापन
  • दावाकर्ता के जीवन के दौरान निर्धारित अवधि से पूर्व बंद किए जाने वाले एमएसीएडी अथवा इसकी आंशिक राशि का एकमुश्त भुगतान केवल अदालत की अनुमति से ही किया जाएगा. हालांकि, यदि दूसरी अनुमति दी गई हो तो इसके वार्षिकी अंश की शेष राशि, यदि कोई हो, को परिवर्तित करते हुए दूसरी अवधि व रकम के अनुसार दोबारा जारी किया जाएगा.
  • परिपक्वतापूर्व समापन दंड नहीं लगाया जाएगा.
  • दावाकर्ता की मृत्यु के मामले में, भुगतान नामिती को किया जाएगा. नामिती के वार्षिकी जारी रखने या पूर्व समापन अनुरोध का विकल्प होगा.

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  • मोटर दुर्घटना दावा वार्षिकी जमाराशि क्या है ?

    मोटर दुर्घटना दावों के दावेदारों अथवा लाभार्थियों को न्यायाधिकरणों या न्‍यायालय से अधिदेश (मैंडेट) प्राप्त होता है, जिसमें उन्हें विशिष्ट प्रतिबंधों के अंतर्गत पूर्व निर्धारित अवधि के लिए बैंकिंग संस्थानों में जमाराशि बनाए रखना आवश्यक होता है.

    न्यायालय या न्‍यायाधिकरण के निर्णयानुसार, एकबारगी एकमुश्त सावधि जमा राशि को वार्षिक लाभ के रूप में प्राप्त करने हेतु जमा किया जाता है, जिसमें मूलधन और ब्याज एक विशिष्‍ट अनुपात में शामिल होते है. अभिभावकों के माध्यम से नाबालिगों सहित कोई भी व्यक्ति ऐसे सावधि जमा खाते को खोल सकता है.

  • एमएसीएडी खाता क्‍या है ?

    एमएसीएडी एक सावधि जमा खाता है, जिसमें न्यायालय या न्‍यायाधिकरण के निर्णयानुसार, "एकबारगी एकमुश्त राशि" का होना आवश्यक है, जिसे वार्षिक लाभ के रूप में प्राप्त करने हेतु धनराशि जमा की जाती है, जिसमें मूलधन और ब्याज दोनों एक विशिष्‍ट अनुपात में शामिल होते हैं. एमएसीटी दावा बचत खाता योजना से संबंधित वार्षिक राशि इससे संबंद्ध बचत खाते में जमा की जाती है.

  • एमएसीटी जमाराशि क्‍या है ?

    एमएसीटी जमाराशि एकमुश्त राशि है जो दावा न्यायाधिकरण या न्‍यायालयों द्वारा मोटर वाहन दुर्घटनाओं के दावेदारों या लाभार्थियों को प्रदान की जाती है. इसे वार्षिकी प्राप्त करने हेतु जमा किया जाता है जिसमें मूलधन और ब्याज दोनों शामिल होता है.

  • एमएसीटी दावा खाते क्या हैं ?

    यह ऐसा खाता है जो वाहन दुर्घटना संबंधी दावा न्यायाधिकरण या न्‍यायालय जैसी सरकारी संस्थाओं द्वारा मोटर दुर्घटनाओं के दावेदारों अथवा लाभार्थियों को किए जाने वाले भुगतान के उद्देश्य से खोली जाती है. आईबीए के दिशानिर्देशों के अनुसार, बैंक ने ट्रैफिक दुर्घटनाओं के पीड़ितों को मुआवजे की राशि के संवितरण के लिए एक नई सावधि जमा और बचत जमा योजनाएं तैयार की हैं. यह निधि वार्षिकी प्राप्त करने हेतु जमा की जाती है जिसमें विशिष्‍ट अनुपात में मूलधन और ब्याज दोनों शामिल होता हैं. एमएसीटी दावा के वार्षिकी से संबंधित राशि बचत खाते में जमा की जाएगी.

  • एक माह के दौरान एमएसीएडी सावधि जमाराशि खाता खोलने की न्यूनतम और अधिकतम अवधि कितनी है ?

    इसकी न्यूनतम अवधि 36 माह और अधिकतम अवधि 120 माह है.

  • बैंक ऑफ बड़ौदा में वार्षिकी जमा योजना क्या है ?

    बैंक द्वारा एक नई सावधि जमा योजना तैयार की गई है. ट्रैफिक दुर्घटनाओं के पीड़ितों को दी जाने वाली मुआवजे की राशि का भुगतान मोटर दुर्घटना दावा वार्षिकी जमा और एमएसीटी दावा से संबद्ध बचत खाता द्वारा किया जाता है. इस सावधि जमा योजना के अंतर्गत जमा की गई राशि में मूलधन व ब्याज का उल्लेख किया जाता है जो वार्षिकी के रूप में शामिल होता है. वार्षिकी से संबंधित राशि एमएसीटी दावा से संबद्ध बचत खाते में जमा की जाएगी.

    वर्तमान में बैंक द्वारा ऐसे अधिदेश (मैंडेट) के अंतर्गत जमाराशि “बड़ौदा स्पेशल ऑर्डर टर्म डिपॉजिट” के अंतर्गत स्वीकार किया जाता है.

    1. एमआईपी स्ट्रेटेजी
    2. क्यूआईपी स्ट्रेटेजी
    3. मोटर दुर्घटना दावेदारों को नियमित आय और आवर्ती जमाराशि प्राप्त होती है.
Compare Products
Select Another card to compare

Select Another card to compare

Select Another card to compare

Select Another card to compare

Select Another card to compare

Select Another card to compare

Choose cards to compare
Filters
Reset

Please select

Add this website to home screen

Are you Bank of Baroda Customer?

This is to inform you that by clicking on continue, you will be leaving our website and entering the website/Microsite operated by Insurance tie up partner. This link is provided on our Bank’s website for customer convenience and Bank of Baroda does not own or control of this website, and is not responsible for its contents. The Website/Microsite is fully owned & Maintained by Insurance tie up partner.


The use of any of the Insurance’s tie up partners website is subject to the terms of use and other terms and guidelines, if any, contained within tie up partners website.


Proceed to the website


Thank you for visiting www.bankofbaroda.in

X
हम अपनी वेबसाइट पर आपके अनुभव को बढ़ाने के लिए कुकीज़ (और इसी प्रकार के उपकरण) का उपयोग करते हैं। हमारी कुकी नीति, गोपनीयता नीति और नियम एवं शर्तों के बारे में अधिक जानने के लिए, कृपया यहां क्लिक करें। इस वेबसाइट को ब्राउज़ करना जारी रखते हुए, आप कुकीज़ के उपयोग हेतु सहमति देते हैं और गोपनीयता नीति एवं नियम और शर्तों से सहमत होते हैं।