भारत का प्रमुख बैंक अब आपके लिए लाया है एक ऐसा प्लेटफॉर्म- जहां आप 2 चरणों की प्रक्रिया के माध्यम से अपनी प्रतिभूतियों की खरीद, बिक्री, अंतरण कर सकते हैं:
बैंक ऑफ़ बड़ौदा, भारत का अंतर्राष्ट्रीय बैंक, अब आपको डीमैट खाता खोलने और उसके परिचालन का अवसर प्रदान कर रहा है. हम सेंट्रल डिपोजिटरी सर्विसेज लिमिटेड के साथ-साथ नेशनल सिक्योरिटीस डिपोजिटरी लिमिटेड के डिपोजिटरी प्रतिभागी हैं.
कोई भी व्यक्ति, अनिवासी भारतीय, विदेशी संस्थागत निवेशक, ट्रस्ट, समाशोधन गृह, वित्तीय संस्थाएं, समाशोधन सदस्य और म्युचुअल फंडस डीमैट खाता खोल सकता है.
डीमैट खाता खोलने के लिए आपको खाता खोलने का फॉर्म भरना है और निम्नलिखित दस्तावेजों की प्रतियों के साथ आवेदक का फोटोग्राफ प्रस्तुत करना है. आपके आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने पर आपको खाता संख्या की सूचना दी जाएगी:
बैंक ऑफ़ बड़ौदा में हम निम्नलिखित पते पर स्थित हमारे बैक ऑफिस से परिचालन करते हैं :
यदि आप डिपॉजिटरी भागीदार के उत्तर से संतुष्ट नहीं हैं तो, आप स्टॉक एक्स्चेंज/ डिपॉजिटरी से संपर्क कर सकते हैं. :
डीमैट
डीमटीरियलाइजेशन (डीमैट) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से किसी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूतियों की धारिता संबंधी साक्ष्य के भौतिक रूप को रद्द और नष्ट कर दिया जाता है और उसे इलेक्ट्रॉनिक शेष के तौर पर किसी डिपोजिटरी में प्रविष्ट कर प्रतिमोच्य रूप में रखा जाता है.
डीमैट सुविधा पेपररहित व्यापार है जहां प्रतिभूति लेनदेन इलेक्ट्रॉनिक रूप से निष्पादित किए जाते हैं जिससे संबंधित दस्तावेजों के गुम होने और/या जाली लेनदेनों की संभावना कम/न्यून हो जाती है.
डीमैट में ट्रेडिंग डिपोजिटरी अधिनियम, 1996 द्वारा विनियमित है एवं भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा इसकी निगरानी की जाती है. वर्तमान में भारत में केवल दो डिपिजिटरी कार्य कर रही हैं और वे हैं नेशनल सिक्योरिटीज डिपोजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) एवं दि सेंट्रल डिपोजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (सीडीएसएल)
डिपिजिटरी द्वारा दी जा रही मूलभूत सेवाएं
डिपोजिटरी अधिनियम के प्रावधानों के तहत नेशनल सिक्योरिटीज डिपोजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) एवं दि सेंट्रल डिपोजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (सीडीएसएल) निवेशकों एवं विविध प्रतिभागियों को पूंजी बाजार में विविध सेवाएं उपलब्ध करवाते हैं. यह व्यवस्था जो कि पेपररहित ट्रेडिंग की सुविधा उपलब्ध करवाती है, बाजार प्रतिभागियों को विविध प्रत्यक्ष एवं परोक्ष सेवाएं प्रदान करती है.
डिपोजिटरी सीधे ग्राहक का खाता खोलकर उन्हें सुविधाएं नहीं उपलब्ध करवा सकती. डिपोजिटरी की सेवाएं प्राप्त करने का इच्छुक व्यक्ति, उसके किसी भी डिपोजिटरी प्रतिभागी के माध्यम से डिपोजिटरी के साथ करार करके सेवाएं प्राप्त कर सकता है.
डिपोजिटरी प्रतिभागी (डीपी)
यह डिपोजिटरी अर्थात एनएसडीएल एवं सीडीएसएल के एजेंट के रूप में कार्य करता है. विविध गतिविधियां निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुसार ही की जानी चाहिए, ऐसा न होने पर लेखा परीक्षा और निरीक्षण के दौरान संबंधित डिपोजिटरियां, डीपी पर वित्तीय दंड लगाती हैं. अत: विविध गतिविधियां करते समय डिपोजिटरी एवं निवेशकों के बीच संबंधपरक सावधानी बरती जानी चाहिए. वास्तव में डिपोजिटरी प्रतिभागी (डीपी) निवेशक और डिपोजिटरी के बीच मध्यस्थी का कार्य करता है और डिपोजिटरी अधिनियम के तहत दोनों (अर्थात निवेशक और डीपी) के बीच किए गए करार से संचालित होता है.
सीएम : ब्रोकर या क्लीयरिंग सदस्य प्रतिष्ठित स्टॉक एक्सचेंज में निष्पादित ट्रेड के निपटान के उद्देश्य हेतु यह खाता खोल सकते हैं.
डिपोजिटरी व्यवस्था के लाभ
- शेयरों के अंतरण पर कोई स्टैम्प ड्यूटी नहीं है.
- त्वरित हस्तांतरण/निपटान (भुगतान के दूसरे ही दिन
- अंतरण के दौरान गलत सुपुर्दगी, धोखाधड़ी, प्रमाणपत्र गुम होने आदि से छुटकारा
- कम कागजी कार्य (कम्पनी के साथ हस्तांतरण के लिए कोई हस्तांतरण विलेख भरने, मुहर लगाने और शेयर लॉज करने की आवश्यकता नहीं)
- धारित स्टॉक की सुरक्षा क्योंकि वे इलेक्ट्रॉनिक रूप में होते हैं अत: उसे भौतिक रूप से घर पर रखने की आवश्यकता नहीं रहती है और प्रमाणपत्र/त्रों के गुम होने या चोरी होने, कटने फटने, धोखाधड़ी आदि की संभावनाओं से बचा जा सकता है.
- प्रतिभूतियों को गिरवी/दृष्टिबंधक रखने की सुविधा
- ऑड लॉट में ट्रेडिंग की सुविधा
- शेयरों का त्वरित हस्तांतरण
- नामांकन सुविधा उपलब्ध (वैयक्तिकों हेतु)
- एकल/संयुक्त धारक/कों की मृत्यु होने की स्थिति में नामिती या उत्तरजीवी संयुक्त धारक/कों को शेयरों का सरल अंतरण
- कंपनी को पात्रता यथा लाभांश और बोनस के आसान और त्वरित निर्धारण की सुविधा
खाता खोलना
डिपोजिटरी (एनएसडीएल/सीडीएसएल) द्वारा प्रस्तुत विभिन्न सेवाओं का लाभ लेने के लिए, एक निवेशक/एक ब्रोकर/एक अनुमोदित मध्यस्थ (ऋण देने व लेने के लिए) को एक डीपी के साथ खाता खोलना होगा.
खातों के प्रकार
लाभार्थी खाता
डीमेट के रूप में प्रतिभूति रखने और अंतर खाता अंतरण द्वारा प्रतिभूतियों को प्राप्त करने और भेजने के इच्छुक निवेशक का उसकी चुनिंदा डीपी के साथ लाभार्थी खाता होना चाहिए.
समाशोधन सदस्य खाता
उन स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य ब्रोकर जिन्होंने एनएसडीएल/सीडीएसएल के साथ इलेक्ट्रॉनिक संपर्क स्थापित किए हैं, को डीमेट रूप में किए गए व्यवसाय के निपटान के लिए अपनी इच्छानुसार डीपी के साथ समाशोधन सदस्य खाता खोलना जरूरी है. यह खाता निपटान खाता या पूल खाता के रूप में जाना जाता है. इस खाते से/में क्लियरिंग कार्पोरेशन /हाउस से केवल प्रतिभूतियों का अंतरण और प्राप्ति की जाएगी और तदनुसार, ब्रोकर सदस्य को इस प्रकार के खाते में रखे गए शेयरों पर कोई स्वामित्व (लाभार्थी) अधिकार नहीं होगा.
- खाता धारक का नाम
- जन्म तिथि (व्यक्तिगत खातों के लिए)
- पेशा एवं वित्तीय विवरण
- पता और फोन/फैक्स नंबर
- बैंक विवरण जैसे बैंक का नाम, खाते का प्रकार (चालू/बचत), खाता संख्या, शाखा का पता, एमआईसीआर इत्यादि.
- पैन नंबर
- नामिती का विवरण (केवल व्यक्तिगत खातों के लिए)
- नमूना हस्ताक्षर
- ई-मेल
- मोबाइल नंबर
- पत्राचार के लिए पता.
ऑनलाइन ट्रेडिंग
संपर्क करें
मुख्य प्रबंधक/ सहायक महाप्रबंधक
बैंक ऑफ बड़ौदा, बड़ौदा सन टावर,
डी.ओ.टी. (डीमैट ऑपरेशन टीम)
सेंट्रल बैक ऑफिस डीपी ऑपरेशनस (सीबीओडीपीओ)
ग्राउंड फ्लोर, सी-34, जी-ब्लॉक
बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स, बांद्रा पूर्व, मुंबई- 400 051
टेलीफ़ोन : 022 6698 4921/4935/4937/4944
फ़ैक्स : 6698 4934
ईमेल : demat@bankofbaroda.com
एसएमएस अलर्ट
बैंक ऑफ़ बड़ौदा आपके सभी डीमैट खातों (बीओबी के साथ) में नि:शुल्क एसएमएस अलर्ट की सुविधा प्रदान करता है.
इस हेतु एसएमएस अलर्ट फॉर्म भरें और उस में अपना मोबाइल नंबर दर्ज़ करें.
एसएमएस अलर्ट आपके लेन-देन की ट्रैकिंग और मॉनिटरिंग में मदद करता है.
लेन-देन प्रक्रिया पूर्ण होने पर आपको तुरन्त सूचना प्राप्त होगी.